Sunday 16 July 2017


डिबिया

एक कहानी मुझे आज खेयल आया वो है मेरा school life बचपन की .... बचपन की ।
हमारे  शिक्षक को अपने इंस्पेक्टर के दौरे का भय हुआ और वह क्लास को भूगोल रटाने लगे । कहने लगे कि पृथ्वी गोल है । यदि इंस्पेक्टर पूछे कि पृथ्वी का आकार कैसा है और तुम्हें याद न हो तो मैं सुंघनी की डिबिया दिखाऊंगा, उसे देखकर उत्तर देना। गुरु जी की डिबिया गोल थी ।
इंस्पेक्टर ने आकर वही प्रश्न एक विद्यार्थी (मेरा friend)से किया और उसने बड़ी उत्कंठा से की ओर देखा । गुरु ने जेब में से चौकोर डिबिया निकाली । भूल से दूसरी डिबिया आई थी । (मेरा friend)लड़का बोला, "बुधवार को पृथ्वी चौकौर होती है और बाकी सब दिन गोल ।"
@रतिकान्त@