Wednesday 15 November 2017

#Ratikant_Kamila# Biography#




RATIKANT  KAMILA
Indian
Film Actor
 BIRTHDAY 16 March, 1991
 BIRTH PLACE         Odisa
COUNTRY                 India
AGE (in 2017)26 Years Old
 BIRTH SIGN        Libra
 HEIGHT in centimeters- 179 cm
in meters- 1.77 m
in Feet Inches- 5’ 9” WEIGHTin Kilograms- 70kg
Other Name: Ratikant B. Kamila
More Professions : Television Actor and Film
Appearance: Bollywood

About 
Ratikant Kamila was born on 16-03-1991 in the state of Odisa, India. He is an Indian Film Actor & Television Actor.

Career
Ratikant Kamila got his first major work in the year 2015 in Hindi  DD National  titled "  Aisa Prem kahaan  " as a negative role.  His performance in the film was heavily praised by critics. He then decided to aim for a role in Bollywood Industry.
To search for an opportunity in Bollywood films, he relocated to Mumbai and started giving auditions in for roles in tv serial and finally grabbed a role in the famous television series   Crime Pratol 100  in 2016.  he worked in a negative role in many serials such as     1)'Aisa Prem kahaan "
(2)*Star puls "Suhani se ek ladki"
(3) Sony sab Tv "Saheb biwbi ar boss
(4)Sony Entertainment Television "Sankat muchan muhabali  Hanuman "
(5)Sony Entertainment "Crime Pratol 100"
(6) Bigmagic " Akbar birbal"
(7)Colors " Chandrakata"
(7)Colors tv "Chandranadini" and has also appeared in some episodes of "Crime Patrol" Etc.
After gaining a lot of recognition, he got the opportunity to work in a Bhajpuri  movie titled " Tuhi to mari jan hai Radha 2" (Bhajpuri ) (Release November 2017)   ". He played the role of a Doctor  in this film. Then he worked in  Hindi series in
Star Bharat "Nimki Mukhiya"
DD National Show "Ladli"    Lead role. After which he worked in  "FASTIVELl MOVE:-
(1) Ondu mane kathe"(Kanada)    
(2)"Salaam "   (Hindi)
(3)" Sacrifice" (Hindi)
(4) "Aloneness" (Hindi)
(5) "Hiranyakahyap"Short Film "Hiranyakahyap"Award winning  for  best   dialogues by International Short Film Fastival Pune (ISFFP)  He is currently filming for the Series"CChandranadini" where he is cast to play the lead negative role.

Achievements


- Hiranyakahyap"Award winning  for  best   dialogues by International Short Film Fastival Pune (ISFFP) 

Early life
Ratikant Kamila was born on 16 April 1991 in Baliapal , a small town and katisahi  in Balesore district, Odisa, India, into a Hindu family of Numberdars.He is the samle of his six siblings.
He graduated with a Bachelor of Arts from Subarana Rekha(S.R) Muhabidyalaya , Baliapal .
Following this, he  leaving for Banglore in search for a  job. Once in Banglore, he was instantly drawn into acting after watching a play. In pursuit to secure admission at   NATIONAL ACADEMY OF CINEMA  AND
TELEVISION" (NACT) in Banglore.
Early Career:-
Ratikant went to the    NATIONAL ACADEMY OF CINEMA  AND
TELEVISION" BANGALORE .After graduating from NACT, he moved to Mumbai.

Body Measurements
Chest Size  40
Waist Size 33
Eye Colour Black
Hair Colour Black

Personal Info
Home Town Mumbai
Nationality Indian
Religion Hindu
Address:-Flat no 32,Room no-406,CSR Compelx,Ekatanagar mahada,Kandiwali(w)MUMBAI, MAHARASHTRA 400067IndiaPhone number: 7045190937 VidyalayaQualificationB.A Hobbies Acting, painting, singing Marital

Favourites
Favorite Color white Favorite Food South indian Favorite DressPathani Suit
Favorite Place Banarash Favorite Song kisi ki muskart pe Favorite Singer Sonu Nigam
Favorite Movie 3idiots  (Amir  Khan)Favorite Film Director Ram Gopal Varma Favorite Aajay devgan Favorite Actress anuska settey Favorite Politician Narendra Modi Favorite Sport WWE Favorite Player Dwayne Douglas Johnson Favorite BrandWoodland Favorite Accessories Shoes












Contact :-
Calling and Whtssap  No: +91 7045190937.


(2) Aisa Prem Kahaan 13th April 2015 Video Watch Onli…: http://youtu.be/dJVXEUlfg7g

(3)  Aisa Prem Kahaan 14th April 2015 Video Watch Onli…: http://youtu.be/AMRX3lhoMlg

(4) Aisa Prem Kahaan 14th April 2015 Video Watch Onli…: http://youtu.be/Q35EcRRfZ7k

(5) Aisa Prem Kahaan 3rd April 2015 Video Watch Onlin…: http://youtu.be/ZIhviadxoMk

(6) Aisa Prem Kahaan 27th April 2015 Video Watch Onli…: http://youtu.be/V_QyvXWxZF0

(7) Aisa Prem Kahaan 20th April 2015 Video Watch Onli…: http://youtu.be/6ovayPBEcGU

(8) Aisa Prem Kahan 16th April 2015 Video Watch Onlin…: http://youtu.be/n6WYr-X0ex4

(9)  Bigmagic "Akbar birbal"
https://youtu.be/8MpIUiarYf4

(10) Colors Chenal "Chandra Nandini"
Check out Chandra Nandni on Hotstar! http://www.hotstar.com/1000176934

(11) Check out Chandra Nandni on Hotstar! http://www.hotstar.com/1000177732

(13)Check out Chandra Nandni on Hotstar! http://www.hotstar.com/1000184984
(13)Sony Entertainment "Crime Pratol 100"
https://youtu.be/fQOT5ptwFlw


(14) Aloneness" (Hindi
https://youtu.be/ZnBF3_HIMyw

Sunday 16 July 2017


डिबिया

एक कहानी मुझे आज खेयल आया वो है मेरा school life बचपन की .... बचपन की ।
हमारे  शिक्षक को अपने इंस्पेक्टर के दौरे का भय हुआ और वह क्लास को भूगोल रटाने लगे । कहने लगे कि पृथ्वी गोल है । यदि इंस्पेक्टर पूछे कि पृथ्वी का आकार कैसा है और तुम्हें याद न हो तो मैं सुंघनी की डिबिया दिखाऊंगा, उसे देखकर उत्तर देना। गुरु जी की डिबिया गोल थी ।
इंस्पेक्टर ने आकर वही प्रश्न एक विद्यार्थी (मेरा friend)से किया और उसने बड़ी उत्कंठा से की ओर देखा । गुरु ने जेब में से चौकोर डिबिया निकाली । भूल से दूसरी डिबिया आई थी । (मेरा friend)लड़का बोला, "बुधवार को पृथ्वी चौकौर होती है और बाकी सब दिन गोल ।"
@रतिकान्त@

Saturday 6 May 2017

एक छुटी सी LOVE STORY


एक छुटी सी LOVE STORY....
            Story End but love story don't end...
A Reall Story,Writing By:
       Ratikant Kamila

उससे मिलने से पहले मेरे जीवन में कुछ खोलापन सा था, एक अजीब सा खालीपन था, जिसे आजतक मेरे अलावा किसी ने महसूस  नहीं किया था. क्योंकि मैं स्वभाव से बहुत चंचल था, इस कारण मैं कॉलेज में भी और घर में भी लोगों से घिरा रहता था. इसके बावजूद कि मैं बहुत बलता  था., मेरे जीवन का एक दूसरा पहलु भी था. और जीवन के उस हिस्से में आने की इजाजत मैंने किसी को नहीं दिया था. बाहर से खुश दिखाई देने बाला लड़का जिसे लोग हर पल हसंते-खिलखिलाते देखते थे, उसके बारे में ये अंदाजा तक नहीं लगाया जा सकता था कि वो अंदर से इतनी अकेला हगा, ढेर सारे दर्द अपने भीतर समेटे हुए होगा. मैंने अपने आस-पास एक घेरा सा बना लिया था, कोई भी मेरे द्वारा बनाए गए दायरों को नहीं तोड़ सकता था.


मुझे इस बात पर यकिन नहीं हो रहा था कि वो लड़की मेरे बनाए गए दायरों को तोड़कर मेरा सोच में समाता चला जा रही थी. शुरू-शुरू में उससे बात करना महज एक औपचारिकता थी. Classmet होने की वजह से मेरा और उसकी अक्सर थोड़ी-बहुत बातचीत होती रहती थी. लेकिन मुझे इस बात का इल्म तक नहीं था कि वो मुझे मन ही मन पसंद करता थी, मुझसे दिबानी की तरह प्यार करता थी, ये अलग बात थी कि आज तक उसने इस बात को मेरे सामने कभी जाहिर नहीं होने दि थी. मुझे छोटी से छोटी तकलीफ होने पर, उसे मुझसे ज्यादा दर्द होता थी. कोई ऐसे भी किसी को चाह सकता है यकीन करने में बहुत वक्त लगा. लेकिन समय के साथ मुझे इस बात का एहसास  हो  गया कि  ये लड़की मेरी चिंता करती है, मेरा ख्याल रखती है. उसके प्यार में पागलपन थी, मेरी ख़ुशी के लिए वो कुछ भी कर देती थी. उस लड़की ने  बिना इस बात का जिक्र किये कि उसे मुझसे बातें करना अच्छा  लगता है, मेरे साथ वक्त बिताना अच्छा लगता है, बड़ी ही चालाकी से मुझसे दोस्ती के लिए पूछी. उस दिन संयोग से हम दोनों कॉलेज जल्दी आ गए थे और क्लास रूम  में कोई नहीं था- ‘’ उसने कहा कि क्या मैं तुम्हारा कंध में सर रख सकती हु‘’ पहले तो मुझे बड़ा आश्चर्य हुआ कि आज इस लड़की को क्या हो गया है ये इस तरह की बातें क्यों कर रही है.  उसकी आँखों में सच्चाई थी और ये बात मैं साफ़-साफ़ देख सकता था. उसने इतनी Honestly मेरा  कंध में शिर रख ने बात कि मैं उसे मना नहीं कर पाया और मैंने उसे yesकहे दिया. ‘’उसने मेरा कंध में शिर रख के ,मेरा हाथ अपने हाथों में लिया और कहेने लगी, क्या तुम मेरी दोस्त बनुगे तुम मुझे अछ लगते हो और मैं तुममें एक अच्छा दोस्त देखती  हूँ, अच्छा इंसान देखिती हूँ और मैं चाहाहती हूँ कि मैं जिंदगी भर तुम्हारा दोस्त बनकर तुम्हारे साथ रहूँ.’’
उसने इतनी ईमानदारी से अपनी इस बात को मेरे सामने रखा कि मैं ना नहीं कर पाया और मैंने हाँ कर दिया. उस दिन उसने बस इतना हीं कहा और चली गेइ मुझसे दोस्ती करने की खुशी मैं साफ़-साफ़ उसके चेहरे पर देख सकता था . मैंने इस बात को बड़े हल्के में लिया, हांलाकि मुझे ये सोच कर दिन भर बहुत हंसी आ रहा कि किस तरह से डरते-डरते उसने मेरा हाथ पाकड़थी . जब मैंने अपना हाथ उसके हाथों में दिया था तो मैं अच्छी तरह से उसकी कांपती हाथों को महसूस कर सकता था. और पूरे दिन उस वाकये को याद करके मुझे हंसी आ रहा था, मैं अकेले में भी बिना बात के हँसे जा रहा था.
मेरे आस-पास रहने वाले लोग ये देख कर समझ गए थे कि जरुर कोई बात है. अब हम दोनो दोस्त बन गए थे और उसने बड़ी ही चालाकी से मुझसे किसी भी वक्त फोन पर बात करने की इजाजत मांग लिया था . अब वो मुझसे फोन पर बातें करने लगी थी. अब उससे बात करना मुझे भी अच्छा लगने लगा था, मेरे अंदर क्या चल रहा था मुझे समझ में नहीं आ रहा था. क्यों मैं उसके miss call  का इंतज़ार करने लगा था  ? क्यों मैं उसकी ओर खिंची चली जा रहा था ? शायद  उससे अपनी बातें share करना मुझे अच्छा लगने लगा था. जब  भी मैं उदास होती किसी को पता चले ना चले उसे पता चल जाता था, और वह मेरी उदासी को दूर करने का हर संभव प्रयास करता था.
एक दिन उसने मुझसे I Love You कहा, मुझे वक्त लगा… लेकिन मैंने भी अपने प्यार का इजहार कर दिया.  उसने भी मुझे अपना दीवाना बना लि थी. बाइक पर अक्सर घूमने निकल जाना, ये सब हमें अच्छा लगने लगा था. उसकी पूरी दुनिया बन गई था मैं, मेरी पूजा करता थी वो.  दिन तेजी से बीतने लगे, हम दोनों दुनिया को भूल चुके थे. प्यार के उस दौर ने हम दोनों को भीतर से बदल दिया था. हमने प्यार की ढ़ेरों कसमें खाई, और ढ़ेरों वादे किए.
समय के साथ साथ callege ख़तम हो गया था हमारा.family की जिमेदारी वोर कुछ बन का निसा मुझे Bangleore जाने में मजबूर किया,में उसकी इजाजत ले के Bangleore चला आया कुछ बन ने किलिये .job करने लगा में ,हमारे फ़ोन में बात हते थे रोज ....।मेरे मन में पचपन से Art के प्रति पियार है इसलिए में Actor बन ना चाहाता था। Bangleore में job  के साथ में एक dramatic callege में (NACT) addimion हो गया । वक्त ने करवट लिया, अभी 1 साल हो चूका था Bangleore में...एक दिन अचानक मुझे उस लड़की का फ़ोन आया ,वो phone में रोते रोते बलि-मुझे आके तुम ले जाओ....क्यों की
 मेरे पिताजी ने 20-21 साल की कम उम्र में हीं मेरी शादी पक्की कर दी. plz मुझे ले जाओ...अंदर से मेरा हाल भी बेहाल था,
 लेकिन वह मुझसे ज्यादा बेहाल थी. वह किसी भी हद तक जाने को तैयार थी, मेरा साथ पाने के लिए. लेकिन
उसी साल मेरा आर्ट college fainal Exm था।में उसे बला तुम 1months रोक जाओ में तुम्हरे घर में आके  कसे भी कर के ले के आउगा...वो इस बात सोन के कुछ नहीं बलि फ़ोन रख  दी ..उस दिन बाद मुझे फ़ोन कर ना थुदा कम कर दी ।में मेरा job और acting calless में इतना busy था की इस बात कु गेर नहीं किया ।Exm ख़तम हते होए में उसे call kya लिकिन उस का phone no s.off आ रहा था।में बहुत बार call try क्या लिकिन कुछ फ़ायदा नहीं होया उस का phone बंद था। मुझे बहुत बेचेंन हने लगा ।रात में नीद उड़ गया.....आखिर में disease क्या की में गोंव जाओ,में tren का पकड के गोंव चला आया ।गाव आने के बाद में उसे मिल ने गया उस का गोंव में लिकिन वो मुझे मिली नहीं ।असे कर के में 1 दिन 2 दिन 3दिन उस का गोंव में उस कु मिल ने किलिये इंतजार कर ने लगा लिकिन वो मिली नहीं...असे कर के 15 दिन होगया । 15 ,20 दिन के बाद में में कुछ काम के सिल सिले में कही जा रहा था मे और मेरा दोस्त bike में जाते मुझे महेसुश होया की कई मेरे अपने मेरे पास में गुजर के गई ,में पीछे पलट के देख तो वो लड़की साइकल से जा रही थी। में उसे अब्बाज दिया -संगीता.....वो पीछे घूम के देखि और खड़ा हो गई ।मरे दिल बहुत तेज धड़क हो रहा था ।में उस के पास आया और अछे से देख ने लगा ।में पूछा इतना दिन तुम कहा थी। में तुम्हे मिलने किलिये इतना दिन से खोज रहा था। मेरे सबाल सुन के वो कुछ प्रतिक्रिया नहीं की ।वो इतना पूछा Bangleore से कब लोटे तुम?...इतनी सी बल के वो जाने लगी .मुझे बहुत अचबिंत होया जो लड़की मरे बिना एक पल भी  नहीं रहेता था ।आज वो कुछ पूछे होए जा  रही है। में उधर ही खड़ा था वो जाते होए road देखते रहे गया। उस रात में सोया नही मेने। सुभे हते होए मरे एक दोस्त कु लेके उस का गोंव गया मने उस कु मनाने किलिये क्यों की में सोचा था सायेद वो मरे ओपर नाराज है तो मनाने से मान जाएगी। लिकिन उल्टा होया वो मुझे देख के इगनोर कर ने लगी ।इसे ही में 1दिन 2दिन 7 दिन मानाने लगा लिकिन कुछ फाइदा नेही होया।एक दिन हद होगया वो मुझे पहेचान ने की इंकार कर दिया ।में इये बात उसके मुख से सोन के मुझे bililve नहीं होया। मेरा दिल टूट गया में सीधा घर गया और सोगया दोसरे दिन में Tren पकडके Bangleore चला आया। में सोचा सगीता अभी गुस्सा ने मुझे असे बलि है 2 दिन के बाद जरुर वो मुझे फ़ोन करेगी। लिकिन सायेद मेरा सोचना गलत था।3दिन के बाद मेरा फ़ोन ring हने लगा वो लड़की की नहीं ,मेरा एक friend.friend बोला-रतिकांत एक बात है ।संगीता की बारे में
में बला -क्या होया संगीता कु ?
Friend -sangita की शादी हो चुकी है।तू जाने के बाद ।
कुछ बल ने की मरे पास जबाब नहीं था .....
उस दिन से ना उस के साथ मुलाक़ात होया न मने phone कर ने की कूशिश की...वो जाने के बाद और कुई लड़की मरे ज़िन्दगी में नहीं आया ।न में किसी कु आने दिया .....
  इए था मरे कहानी ....आज भी में दोय करता हु वो जहा भी रहे खुश रहे...

उस दौर में जी रहे हैं हम जहाँ दुश्मन तो आसानी से पहचाने जाते हैं. लेकिन सच्चे या झूठे प्यार को पहचानना दिन-ब-दिन मुश्किल होता जा रहा है. Moral message of the story : प्यार कीजिए, लेकिन सोच समझकर. अंधे प्यार का अंत हमेशा बुरा होता है. यह मौलिक कहानी आपको कैसी लगा , यह हमें जरुर बताएँ. आपके सलाहों और सुझावों का हमें इंतजार रहेगा.....

Monday 3 April 2017

प्रेम की अनुभूति



                          @प्रेम की अनुभूति@
हाँ प्यार एक पल में नही हो सकता उसे हम crush या आकर्षण कह के भूल सकते है लेकिन जिन्दगी में कई बार ऐसे पल होते है जो चाहे कुछ पल के मोहताज हो उन्हें हम सारी जिन्दगी नही भूल सकते | ऐसे ही पल को समेटती एक मेरी कहानी  पेश कर रहा हूँ पढ़िए और शेयर करिए !

कुछ महीने की  पहले की बात हैं ,मुंबई से shooting ख़तम करते होए ,कुछ दिन चुटिया बिताने किलिये अपनी ग़ोव गया था । villege जाने किलिये रेल के बाद बस में भी जाना पड़ता है अपने villege कु।मैं balesore ज़िला  (ओड़िसा)बस स्टैण्ड में बस का इंतजार कर रहा था ।
बस आने में थोड़ी देरी थी तो सोचा कि कुछ खा लूं ...
तभी faizan परिवहन कि बस आयी और मैं बस में चढ़ गया...balesore to baliapal ।।।
बस में एक ही सीट खाली थी जिसमें पहले एक लड़की बैठी थी गुलाबी रंग के सलवार कमीज और दुपट्टे में काले रंग का गोल गोल डिजाइन बना था।

लड़की का चेहरा अब तक मैं देखा न था वो मोबाइल में गाना सुन रही थी कानों में इयरफोन डाले और कुछ गेम खेल रही थी....
मैं सीट के पास खड़े रहा इंतजार कर रहा था कि वो मेरे तरफ देखे तो मैं इशारे से बैठने की इजाजत मांग लूं...
कियु की वो लेडिस सीट थी...
मैं मन ही मन सोच रहा था आज किस्मत अच्छा हैं आज तक बस में किसी लड़की के साथ बैठा नहीं आज मौका मिला हैं ..

बस आगे बढ़ने लगी और कंडेक्टर चलती बस में दौड़ते हुए चढ़ते चढ़ते चिल्ला रहा baliapal baliapal....
कंडेक्टर बस में चढ़ा और मेरे पास आया और लड़की के सीट को ठक ठक बजा के लड़की का ध्यान भंग किया....
वो लड़की अपना सिर उठायी...
मैं देखते ही रह गया
एक सुंदर कन्या गुलाबी रंग के पोशाक में एक दम गुलाब की कली लग रही थी...
लाल लाल होट आंखों में काजल पलके बड़ी बड़ी...
कुछ जुल्फें गालों को स्पर्श करती हुई...
कंडेक्टर के कहने पर उसने मुझे सीट में बिठा लिया...

मैं चुपचाप बैठ गया....
कंडेक्टर ने पीछे वाली सीट तरफ से किराया लेने चले गया...
मैंने अपनी जेब से फोन निकाला और फेसबुक चलाने लगा....
कुछ ही दूर चले थे कि कंडेक्टर आया और किराया मांगने लगा...
कंडेक्टर से बोला Baliapal का काटो और balck चैक  पर उतार देना मुझे
वो लड़की गाँधी चैक तक जाऊंगी बोली...

चुप चाप रास्ता कट रहा था...
मेरे मन में लड्डू फूट रहे थे...
वो लड़की भी चोरी चोरी मेरे तरफ देख रही थी
शायद वो भी मेरी तरह ही कुछ सोच रही होगी..
पर कैसे बात करता अंजान लड़की से ????mumbai हता तो अलग बात है ।लिकिन इये तो गोंव है न दोस्त ..
जब बस Nalabahar पहूंची तो लड़की का फोन बंद हो गया लो बैटरी के कारण और दुबारा चालू हुआ ही नहीं....
माइक्रोमैक्स का सस्ता सा कोई सेट था....

लड़की थोड़ी घबरायी सी लगने लगी...
nalabahar मुख्य बाजार पार हुआ तभी लड़की ने हिम्मत करके मुझसे फोन मांगा और कहा एक कॉल करना हैं पापा बस स्टैण्ड आयेगे लेने के लिए...
मैंने खुशी खुशी फोन दे दिया
वो अपने पापा को फोन लगायी और बोली लेने पहूंच जाना 15 मिनट में बस स्टैण्ड पहूंच जाऊंगी....
फिर लड़की ने मुझे थैंकू बोला...
मैं कुछ बोल न सका ।


गांधी चुक आ चूका था ... बस रुकी ... वो मुझे साइड करते हुए जाने लगी ... उसकी जुल्फें मेरे मुख को स्पर्श करते हुए निकल गई ...बस के गेट पर पहुँच कर एक नज़र उसने मुझे देखा, मेरा दिल ज़ोर से धड़क उठा ...!!

क्या एहसास था वो । वो बस से उतर चुकी थी, मैं खिड़की से उसे देखे जा रहा था ... बस चल पड़ी और कुछ ही क्षण में वो आँखों से ओझल हो गई । दिल कचोट कर रह गया, एक लंबी सांस ली और सोचने लगा काश कि ये लड़की अपने पापा के फोन से मेरा नम्बर निकाल कर मुझे फोन करें.....आज भी में उस का phone इंतजार में हु ।कुछ अलग mobile नो से call आने से में जल्दी received कर लेता हु ।कास  वो लड़की मुझे कल हग बल के....
पर काश तो काश ही होता हैं ----||
         @रतिकान्त@